रामायण को लेकर अपनी टिप्पणी पर बीजेपी के लगातार विरोध के बाद AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सफाई दी है।
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में बीजेपी पर एक तगड़ा हमला करते हुए पार्टी के नेताओं को “राक्षसी प्रवृत्ति” का बताया। उनके बयान में एक खास संदर्भ था, जिसमें उन्होंने बीजेपी नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि यह लोग झुग्गी-बस्ती के लोगों के खिलाफ हैं और उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं देते।
इससे पहले केजरीवाल ने एक बयान में बीजेपी के नेताओं को “हिरण बनकर रावण के रूप में आने” का आरोप लगाया था, जिसमें उनका इशारा उन नेताओं के व्यवहार की ओर था जो जनता से अन्यथा तरीके से जुड़ने की कोशिश करते हैं, जबकि वास्तव में उनकी नीयत अलग होती है।
इस तरह के हमलों के जरिए केजरीवाल भाजपा की नीति और उनके नेताओं के कृत्यों पर कड़ी आलोचना कर रहे हैं, विशेष रूप से उन मुद्दों पर जो आम लोगों और गरीबों के लिए महत्वपूर्ण हैं। केजरीवाल का कहना है कि बीजेपी की “राक्षसी प्रवृत्ति” ने उनके लिए कभी भी समाज के कमजोर वर्गों के हितों का सम्मान नहीं किया, जबकि उनकी सरकार ने हमेशा इन वर्गों के लिए काम किया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है। सभी दलों की ओर से जोर-शोर से प्रचार प्रसार किया जा रहा है। चुनाव के बीच रामायण के एक प्रसंग को लेकर दिल्ली में बीजेपी और AAP के बीच महाभारत छिड़ गई है। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल चुनावी सभा में रामायण के एक प्रसंग का जिक्र कर विवादों में घिर गए हैं। बीजेपी उनपर गलत जानकारी होने के आरोप लगा रही है। इस बीच पूरे विवाद पर केजरीवाल ने सफाई दी है।
अरविंद केजरीवाल ने सफाई में क्या कहा?
रामायण को लेकर अपनी टिप्पणी पर AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, “कल मैंने कहा था कि रावण सोने का हिरण बनकर आया था और माता सीता उस हिरण को चाहती थीं। वे कह रहे हैं कि रावण हिरण बनकर नहीं आया था, बल्कि राक्षस मारीच आया था। पूरी भाजपा मेरे घर के बाहर इसे लेकर प्रदर्शन कर रही है और पूछ रही है कि मैंने रावण का अपमान क्यों किया। बीजेपी के पास जनता से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं है।
झुग्गी-झोपड़ी को दिया ये संदेश
बीजेपी पर हमला बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि वे रावण से बहुत प्यार करते हैं। वे राक्षसी स्वभाव के हैं। मैं दिल्ली की झुग्गी-झोपड़ियों और गरीब तबके के लोगों को चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर वे सत्ता में आए तो ये लोग आपको राक्षसों की तरह निगल जाएंगे। मगर हमारी सरकार की प्रमुखता दिल्ली की जनता का कल्याण करना है।
केजरीवाल ने मुर्खता का परिचय दिया-मनोज तिवारी
वहीं, केजरीवाल के बयान पर भाजपा नेता मनोज तिवारी ने कहा, “कल अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए गए बयान से मैं जरा भी हैरान नहीं हूं क्योंकि वह चुनाव में चुनावी हिंदू बनने की कोशिश करते हैं। उनकी कल की बातों से समझ आ गया कि उनका सत्य सनातन, हिंदू धर्म, राम की कहानियों से कोई दूर-दूर तक सरोकार नहीं है। उन्होंने कल कहा कि रावण हिरण बनकर आया, ये कौन-से विश्वविद्यालय से पढ़े हैं। कल उन्होंने ये सब बोलकर अपनी मुर्खता का परिचय दिया है। 5 फरवरी को दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल जैसे एंटी-हिंदू को हमेशा के लिए दिल्ली की राजनीति से हटा देगी।”
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, 20 जनवरी को अरविंद केजरीवाल ने विश्वास नगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए रावण के एक प्रसंग का उदाहरण पेश किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ‘एक दिन भगवान राम खाने का इंतजाम करने जंगल में गए। वो माता सीता को झोपड़ी में ही छोड़ गए और लक्ष्मण को माता सीता की रक्षा करने को कहा। इतने में रावण सोने का हिरण बनकर आया। वैसे ही यह बीजेपी वाले भी सोने की हिरण की तरह हैं। इनके चक्कर में मत आ जाना।
यह बयान एक रणनीतिक बयान हो सकता है, जिसमें केजरीवाल अपनी पार्टी और उसके दृष्टिकोण को प्रमुख बनाते हुए बीजेपी की आलोचना कर रहे हैं।