बांग्लादेश में चल रही हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी वायरल हो रही है। इस चिट्ठी को अंग्रेजी में लिखा गया है और दावा किया जा रहा है कि इसे बांग्लादेश में 12वीं कक्षा की एक हिन्दू छात्रा ने लिखा है। स्पुतनिक इंडिया द्वारा साझा की गई इस चिट्ठी में छात्रा ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
चिट्ठी में छात्रा ने देश में हो रही हिंसा के हालात का बखान करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, असल स्थिति उससे कहीं अधिक भयावह है। देश में हिन्दुओं को निशाना बनाकर हमले किए जा रहे हैं, जिनका वर्णन शब्दों में करना मुश्किल है। विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों को उत्पीड़न और रेप का शिकार बनाया जा रहा है। हिन्दुओं के व्यवसाय भी हमलों से प्रभावित हो रहे हैं और उनकी दुकानों को तोड़ा जा रहा है।
चिट्ठी में यह भी बताया गया है कि हिंसा के बीच हिन्दुओं से लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं। उपद्रवी लोग हिन्दुओं से जान और घरों की सुरक्षा के बदले पैसे मांग रहे हैं। हिन्दुओं को देश छोड़ने या गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां भी दी जा रही हैं।
बांग्लादेश में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय को विशेष तौर पर निशाना बनाया जा रहा है। शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद हिंसा का नया दौर शुरू हुआ है। भीड़ ने हिन्दुओं के घरों और दुकानों पर हमला किया, मंदिरों में तोड़फोड़ की और धार्मिक स्थानों को भी निशाना बनाया। बंगाली गायक राहुल आनंद के ढाका स्थित घर पर भी हमला हुआ, जिसमें आग लगा दी गई और घर के सामान को लूट लिया गया। सोमवार से शुरू हुई इस नई हिंसा में अब तक कम से कम 100 स्थानों पर हिन्दुओं को निशाना बनाया गया है, जिनमें 10 हिन्दू मंदिर भी शामिल हैं।
देश में हिन्दू समुदाय की सुरक्षा के लिए भारत सरकार से मदद की अपील की जा रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस चिट्ठी ने स्थिति की गंभीरता को और अधिक उजागर कर दिया है