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डिजिटल भारत l भारतीय सर्राफा बाजार में 3 जून 2024 को सोने के भाव में कमी आई है। अब सोने की कीमत 71405 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है। 31 मई 2024 को सोने के शाम के भाव की तुलना में 951 रुपये की तेजी आई है। चांदी के भाव में कमी देखी गई है।भारतीय सर्राफा बाजार में 3 जून 2024 को सोने के भाव में कमी आई है। अब सोने की कीमत 71405 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है। 31 मई 2024 को सोने के शाम के भाव की तुलना में 951 रुपये की तेजी आई है। चांदी के भाव में कमी देखी गई है। चांदी के भाव में 88950 रुपये प्रति किलो हो गया है। राष्ट्रीय स्तर पर 999 शुद्धता वाले चांदी के भाव में 31 मई से 3499 रुपये की कमी आई है31 मई की शाम को 999 शुद्धता वाले 23 कैरेट सोने की कीमत 71405 रुपये थी। 3 जून को 999 वाले 24 कैरेट सोने की कीमत 71405 रुपये हो गई है। 31 मई की शाम को 999 शुद्धता वाली चांदी की कीमत 92449 रुपये थी। 3 जून को 999 शुद्धता वाली चांदी की कीमत 88950 रुपये हो गई है।3 जून को 995 शुद्धता वाले सोने की कीमत 71119 रुपये हो गई है। 916 शुद्धता वाले सोने की कीमत 65407 रुपये हो गई है। 750 शुद्धता वाले सोने की कीमत 53554 रुपये हो गई है। 585 शुद्धता वाले सोने की कीमत 41772 रुपये हो गई है।बस कुछ दिनों में फिर सोने-चांदी में आएगी तेजीसोने, चांदी की कीमत में तेजी से गिरावट का कारण अर्थशास्त्री भले ही वायदा कारोबार और साईप्रस द्वारा काफी मात्रा में जमा सोना बाजार में उतारने की बात कह रहे है लेकिन असलियत कुछ और है। ज्योतिषशास्त्री और स्टॉक गुरू जयगोविंद शास्त्री कहते हैं कि यह घटना ऐसे समय में ही क्यों हुई जब बुध कुंभ से अपनी नीच राशि मीन में पहुचे।

वास्तव में बाजार का इस तरह लुढ़कने का कारण कुछ और नहीं बुध की यह स्थिति है। ज्योतिष का नियम है कि जब बुध अपनी नीच राशि मीन में होते हैं तब अर्थव्यवस्था में गिरावट एवं आर्थिक अपराध की घटनाओं में वृ्द्धि होती है। बुध कालपुरुष की बुद्धि हैं इसलिए जब ये नीच राशिगत होते हैं तो अपने से संबंधित क्षेत्र जैसे बैंक, बीमा एवं कमोडिटी बाज़ार के निवेशकों को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।

बुध के मीन राशि में होने के कारण ही पश्चिम बंगाल में हुआ आर्थिक घोटाला सामने आया! ऐसे अवसरों का पहले भी कई लोगों ने दुरूपयोग किया है जैसे हर्षद मेहता, अब्दुकरीम तेलगी जिनके कारण हज़ारों निवेशकों को अर्श से फर्श पर आना पड़ा है और कई निवेशक तो इसी नुकसान के कारण आत्महत्या भी कर चुके हैं!

लेकिन अब ये स्थिति समाप्त होने वाली है क्योंकि आज शाम बुध मीन से निकलकर मेष राशि में पहुंच रहा है। जहां पर यह सूर्य, मंगल, शुक्र, और केतु के साथ इनका मेल होगा। इसी मेल के परिणामस्वरूप सोने-चांदी में हो रही भारी गिरावट थमेगी साथ ही 4 मई की मध्यरात्रि में शुक्र अपने घर वृष राशि में आ जाएंगे।

जिससे खरीदारी में भारी वृद्धि होगी। शुक्र की दशा-दिशा भी कमोडिटी बाज़ार को खासा प्रभावित करती है इसलिए इनका मंगल-सूर्य के चंगुल से मुक्त होकर अपने घर में पहुचना निवेशकों और स्टॉक मार्केट के लिए उम्मीद की किरण जगाएगा। निवेशकों के लिए सलाह है कि अबतक आपने धैर्य रखा है तो कुछ दिन और धैर्य बनाए रखिए। अप्रैल माह के अंत के साथ बाज़ार में गिरावट का अंत हो सकता है। बुध का मेष राशि में और शुक्र का वृष में पहुंचना आमजनता के लिए शुभ फलदायी रहेगाचांदी में निवेश किस तरह से आपके लिए फायदेमंद है यह जानने के लिए हमने ज्वेलरी बेचने वाली लागू बंधू फर्म के डायरेक्टर कुणाल लागू से बात की। उन्होंने चांदी के गहनों में निवेश के कुछ फायदे बताए हैं। उनके मुताबिक, चांदी के गहनों में इस वक्त निवेश करना आगे चलकर आर्थिक स्थिरता के लिए जरूरी होगा।

चांदी में निवेश आपकी जेब पर नहीं पड़ेगा भारी
कुणाल के मुताबिक, चांदी के गहने सोने या प्लेटिनम की तुलना में ज्यादा सुविधाजनक और किफायती हैं। यही कारण है कि इन्हें खरीदना और कलेक्ट करके रखना आसान है। अगर आप अपनी संपत्ति को अलग-अलग जगह में निवेश करना चाहते हैं, तो चांदी भी एक ऑप्शन हो सकती है। हां, आप बॉन्ड्स, गोल्ड और डायमंड खरीद सकते हैं, लेकिन चांदी को भी अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाएं।चांदी है फिजिकल निवेश
महंगाई के दौरान क्या होता है यह हम सभी को पता है। कैश से ज्यादा फिजिकल चीजों का दाम बढ़ जाता है और ऐसे समय में चांदी के गहने ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इसमें जरूरी मेटल जैसे गोल्ड, सिल्वर आदि शामिल हैं। जरूरत के समय पर इन मेटल्स की ज्यादा कीमत मिल सकती है। अगर मार्केट में कोई उतार-चढ़ाव आता है, तो भी फिजिकल निवेश ज्यादा फायदेमंद लगता है। मार्केट के उतार-चढ़ाव के समय चांदी के जेवर ज्यादा आसानी से बेचे जा सकते हैं।फैशन के मामले में बेस्ट है चांदी
सिल्वर ज्वेलरी के डिजाइन ज्यादा आकर्षक बनाए जा सकते हैं और डिमांड के हिसाब से इन्हें हल्का या भारी किया जा सकता है। जिन लोगों को भारी सिल्वर सेट चाहिए उन्हें भी बेहतर डिजाइन के ऑप्शन मिल सकते हैं। सिल्वर ज्वेलरी के साथ एक बात और देखी जा सकती है कि इसकी डिमांड समय के साथ-साथ बढ़ती है और साथ ही इसकी वैल्यू भी बढ़ती है। इसके मेकिंग चार्जेस भी सोने की तुलना में कम होते हैं जिसके कारण आपको ज्यादा फायदा मिलता है।चांदी की कीमत नहीं होती कम
ज्वेलरी के मेकिंग चार्जेस काफी ज्यादा होते हैं, लेकिन यहीं चांदी की बात करें, तो यह सोने की तुलना में कम मेकिंग चार्जेस के साथ बनाई जा सकती है। ऐसे में अगर आप कुछ गहने, मूर्तियां या सिक्के खरीदते हैं, तो समय के साथ उनकी कीमत में इजाफा होगा। यह कलेक्शन के लिए भी अच्छे हो सकते हैं और इन्हें सालों-साल सहेज कर रखा जा सकता है।चांदी को बेचना है सबसे आसान
हां, कोई भी खुद गहना बेचने के हिसाब से नहीं खरीदता है, लेकिन अगर जरूरत पड़े, तो चांदी को किसी भी तरीके से बेचना ज्यादा आसान होगा। सिक्के, गहने, मूर्तियां, बर्तन आदि सब कुछ बेचना ज्यादा आसान है। निवेश के तौर पर देखें तो चांदी की लिक्विडिटी ज्यादा है और मौजूदा अर्थव्यवस्था में इसका ज्यादा फायदा लिया जा सकता है।

चांदी के जेवर साफ करना भी सोने के मुकाबले ज्यादा आसान होता है जिसके कारण इनकी चमक सालों साल बरकरार रहती है। ऐसे में आजकल मार्केट में सोने का पानी चढ़े हुए चांदी के जेवर भी मिलने लगे हैं। ऐसे में अगर आप कम पैसा निवेश कर सोने जैसे दिखने वाले जेवर चाहते हैं, तो वो भी आसानी से मिल सकते हैं। स्टाइल और क्वालिटी के मामले में आपको चांदी का सर्टिफिकेट भी मिलता है। बेहतर होगा कि आप जहां से भी चांदी खरीद रहे हैं वहां से उसकी शुद्धता की पहचान जरूर कर लें।

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