पनागर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी कई ऐसे प्राचीन दिव्य मंदिर हैं जिनकी ख्याति दूर दूर तक फैली है, जहां प्रतिवर्ष समय समय पर मेले, भागवत, चंडी, महायज्ञ आदि तरह तरह के आयोजन चलते आ रहे हैं जिनमें आज भी कई ऐसे प्राचीन मंदिर हैं जहां 50 एकड़ या इससे अधिक भूमियां दानकर्ताओं द्वारा मंदिर (ट्रस्ट) के नाम पर दर्ज की गई थी, पर कई ऐसे ट्रस्टों के नाम सामने आए हैं जिनमें पुराने दस्तावेजो में मंदिर के नाम पर भूमि दर्ज होने के बावजूद इन भूमियों को खुर्दबुर्द करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है, कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय महासचिव डॉ सत्येंद्र यादव ने आरोप लगाते हुए इन भूमियों को भूमाफियाओं के चंगुल से छुड़ाकर वापस मंदिर के नाम दर्ज कराने का बीड़ा उठाया है इसके लिए डॉ सत्येंद्र यादव लगातार पनागर विधानसभा क्षेत्र के गांव गांव जाकर लोगों से जानकारी एकत्र कर रहे हैं, जहां उन्हें शमशान, गौठान, गौचर आदि भूमि को खुर्दबुर्द करने की कई शिकायतें मिल रही हैं, जिसके विरोध में आगामी 10 अक्टूबर को पनागर में विशाल जनआन्दोलन करते हुए राष्ट्रपति ने नाम पनागर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर इन जमीनों को पुनः मंदिर (ट्रस्ट) के नाम दर्ज करने ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं।
चर्चा के दौरान सेवादल महासचिव डॉ यादव ने बताया कि वे सिर्फ मंदिरो की जमीनों को बचाने आगे आये थे लेकिन जब ग्रामीण क्षेत्रों में दौरा कर रहे हैं तो यहां ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि सिर्फ मंदिरों की ही नही अपितु शमशान, गौचर, गौठान आदि अन्य शासन मद में दर्ज भूमियों को भी भूमाफियाओं द्वारा हड़पने का लगातार प्रयास किया जा रहा है, आगामी 10 अक्टूबर को किये जा रहे विशाल जनांदोलन में ग्रामीण क्षेत्र की जनता होगी जो इन भूमाफियों के आतंक से त्रस्त हो चुके हैं। बाईट – डॉ सत्येंद्र यादव, राष्ट्रीय महासचिव कांग्रेस सेवादल