नई दिल्ली । क्रिकेट फैंस दो तरह के होते हैं। पहले वो जो हर मैच देखते हैं, इन्हें टीम से कोई मतलब नहीं होता। बस क्रिकेट से इश्क होता है। दूसरी प्रजाति शौकिया फैंस की होती है, जो सिर्फ भारत vs पाकिस्तान के मैच में ही दिलचस्पी दिखाते हैं। सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स के मुकाबले देखते हैं। अगर आप पहली वाली लिस्ट में आते हैं तो चब चंगा सी पर अगर दूसरी वाली कैटेगरी में आते हैं तो 27 जून को जारी किया गया वर्ल्ड कप शेड्यूल देखकर खुश हो जाइए। भारत-पाकिस्तान 15 अक्टूबर को दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भिड़ने वाले हैं। आईसीसी इवेंट्स में भले ही पाकिस्तान पर भारत का रिकॉर्ड जबरदस्त रहा हो, लेकिन रोहित सेना पाकिस्तान से अपने घर पर पिछली भिड़ंत याद रखना नहीं चाहेगी। बात 10 साल पुरानी है। तब भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट रिश्ते खराब नहीं हुए थे। द्विपक्षीय सीरीज होती थी। इसी सिलसिले में पाकिस्तानी टीम ने 2013 में भारत का दौरा किया था। भारत में खेली गए दोनों देशों की बीच उस आखिरी वनडे सीरीज में भारत को मुंह की खानी पड़ी थी। तब पाकिस्तान ने 2-1 से वनडे सीरीज जीती थी।
वनडे सीरीज के शुरुआती दोनों मैच जीतते हुए पाकिस्तान ने पहले ही श्रृंखला अपने नाम कर ली थी। चेन्नई और कोलकाता वनडे हारने के बाद भारत ने 6 जनवरी 2013 को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम (तब फिरोज शाह कोटला स्टेडिम) में लो स्कोरिंग मुकाबला 10 रन से जीतकर अपनी इज्जत बचाई थी। भारत की कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी तो पाकिस्तान की अगुवाई मिसबाह-उल-हक कर रहे थे। अब 10 साल से भी ज्यादा वक्त के बाद दोनों कट्टर प्रतिद्वंद्वी एक बार फिर भारतीय सरजमीं पर किसी वनडे इंटरनेशनल में आमने-सामने होंगे। उस दौरे में दो मैच की टी-20 साीरीज भी खेली गई थी, जो 1-1 से बराबर रही थी।