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डिजिटल भारत l आज देश भर में चर्चा का प्रमुख विषय बना हुआ है बीबीसी
अथार्त ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन
पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्यवाही,

सबसे मजेदार प्रतिक्रिया कांग्रेसियों की तरफ से आ रही है, जो बीबीसी पर इनकम टैक्स की कार्यवाही को मीडिया पर हमला बता रहे हैं,

मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर द्रवित हो रहे बुद्धिजीवी कांग्रेसियों को बता दे, कि उनकी वर्तमान माताजी की सास इंदिरा गांधी ने अपने कार्यकाल में बीबीसी के ऑफिस के सारे कर्मचारियों को मुर्गियों की तरह पकड़ गाड़ी में भरा था और कुछ ही घंटों में उन्हें एक विमान में जबरदस्ती ठूंसकर ब्रिटेन भेज दिया था, और बीबीसी के कार्यालय पर ताला जड़ दिया था,

जिन कांग्रेसियों को इंदिरा गांधी की प्रतिक्रिया पुरानी बात लग रही है, उन्हें याद दिलाना चाहूंगा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार ने किस प्रकार बदले की भावना के अंतर्गत पत्रकार अर्णब गोस्वामी को सुबह-सुबह उसके घर से उठाकर जबरदस्ती जेल में ठूंसा था, वह दृश्य आज भी लोगों के मन मस्तिष्क में जीवंत हैं,

अब जब मैं कांग्रेसियों के शासनकाल में उनके द्वारा मीडिया से किए जाने वाले व्यवहार पर प्रकाश डाल चुका हूं तो अब आते हैं ब्रिटेन के नेशनल ब्रॉडकास्टर बीबीसी की ओर,

बीबीसी की भारत के प्रति नकारात्मक कवरेज और भद्दा व् छिछला प्रोपेगेंडा हाल में आई उस झूठ का पुलिंदा डॉक्यूमेंट्री तक ही सीमित नहीं है,

नोटबंदी के समय बीबीसी ने लाइनों में लोगों के मरने की झूठी खबरें चलाई थी, शाहीन बाग और तथाकथित अन्नदाता आंदोलन के समय भी विश्व भर में भारत विरोधी प्रोपेगेंडा की झड़ी लगाई थी,
2014 के बाद से ही बीबीसी भारत में हिंदुओं और हिंदुत्व के प्रति विश्वभर में एक नकारात्मक जहरीला प्रोपेगेंडा चलाता आ रहा है जो विभिन्न अवसरों पर उजागर हुआ है,

किन्तु यहां विषय ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड ब्रॉडकास्टर बीबीसी का झूठ और उसके द्वारा फैलाया जा रहा भारत विरोधी प्रोपेगेंडा नहीं है, विषय है बीबीसी के द्वारा भारत में कार्य करने के दौरान की गई टैक्स चोरी,

यह पहली बार नहीं है जब ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड नेशनल ब्रॉडकास्टर पर टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं
बीबीसी पर स्वयं उसके ही देश ब्रिटेन में टैक्स चोरी के गंभीर आरोप ना केवल लगे हैं अपितु सिद्ध भी हुए हैं
और ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड नेशनल ब्रॉडकास्टर बीबीसी ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में स्वयं लिखा है कि 12 मिलियन पाउंड की पेनल्टी चुका कर बीबीसी ने उस टैक्स चोरी के कुकर्म से अपना टेंटुआ बचाया था,

अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की बात करें तो उनका कहना है कि इस कार्यवाही से पूर्व वे बीबीसी को कई नोटिस भेज चुके हैं किंतु बीबीसी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया,
संभवत बीबीसी वाले आज भी भारत और भारतीय कानून को अपना गुलाम समझ कर बैठे हुए हैं और उपनिवेशवादी मानसिकता से उबर नहीं पाए है, और सोच रहे हैं कि जिस प्रकार अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाकर भारत से 45 ट्रिलियन डॉलर लुटे थे बीबीसी वाले भी भारत में अपने गोरखधंधे चलाकर भारतीय कानून को ठेंगा दिखाकर सरलता से बैठकर भारत में टैक्स चोरी करते रहेंगे, किंतु समय आ गया है कि बीबीसी को कायदे से समझाया जाए कि ब्रिटिश शासन का सूर्य कब का अस्त हो चुका है….

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