डिजिटल भारत l खुद पर हुए जानलेवा हमले के बाद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने सेना और सरकार पर जो आरोप लगाए हैं, उससे पाकिस्तान की सेना बौखला गई है. पाकिस्तानी सेना ने सरकार से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ एक वरिष्ठ सैन्यकर्मी को बदनाम करने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू करने को कहा है. अपनी हत्या की कोशिश की साजिश में सेना के एक वरिष्ठ कर्मी के शामिल होने के इमरान खान के आरोपों का जवाब देते हुए खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (डीजी आईएसपीआर) के महानिदेशक ने कहा कि पीटीआई के अध्यक्ष द्वारा संस्था और विशेष रूप से एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और गैर-जिम्मेदाराना हैं.
इमरान खान को गुरुवार को पंजाब प्रांत में वजीराबाद में अपने लॉन्ग मार्च के दौरान चार गोलियां लगी थीं. उनके पैर में चोटें आई हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खान का मानना है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, देश के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के मेजर जनरल फैसल के इशारे पर उन पर गोलियां चलाई गईं. इमरान खान के दावों का खंडन करते हुए डीजी आईएसपीआर ने एक कहा कि पाकिस्तानी सेना एक बेहद पेशेवर और अच्छी तरह से अनुशासित संगठन होने के लिए गर्व करती है. जिसमें एक मजबूत और अत्यधिक प्रभावी आंतरिक जवाबदेही प्रणाली है. जो गैर-कानूनी कामों पर रोकथाम के लिए पूरी सेना में लागू है.
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हमले के बाद, सड़कों पर भीड़ ने उतरकर प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने आंसूगैस और बल का प्रयोग किया, और कई गिरफ्तारियां कीं. इमरान पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों ने लाहौर में गवर्नर हाउस के बाहर टायर जलाए. सूत्रों ने कहा कि इस्लामाबाद में गोलियों की आवाज सुनी गई है.
प्रदर्शनकारी इमरान खान के समर्थन में नारेबाजी कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि कई लोगों ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर भी निशाना साधा है और उन्हें ‘डॉग’ जैसे नाम दिए हैं. PTI कराची, इस्लामाबाद, लाहौर, मुल्तान, क्वेटा और पेशावर सहित पूरे पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहरों में प्रदर्शन कर रही है. सूत्रों ने कहा कि पार्टी समर्थकों ने रावलपिंडी, पेशावर, लाहौर, मुल्तान, कराची और अन्य शहरों में मुख्य सड़कों को अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने एक दिन पहले कथित हत्या के प्रयास के खिलाफ रावलपिंडी के फैजाबाद इंटरचेंज में विरोध प्रदर्शन किया.