इंडोनेशिया में एक ‘सोने का द्वीप’ मिला है. यहां से लोगों को सोने के जेवर, अंगूठियां, बौद्ध मूर्तियां और चीन के कीमती सिरेमिक बर्तन मिले हैं. कई सालों का द्वीप’ इंडोनेशिया के पालेमबैंग प्रांत की मूसी नदी में मिला है. नदी की तलहटी से सोने के आभूषण और कीमती वस्तुएं मिल रही हैं. इस द्वीप को लेकर इंडोनेशिया के पालेमबैंग प्रांत की मूसी नदी में मिला है. नदी की तलहटी से सोने के आभूषण और कीमती वस्तुएं मिल रही हैं. इस द्वीप को लेकर इंडोनेशिया में में लोक कथाएं चलती हैं कि यहां पर इंसान खाने वाले सांप रहते हैं. ज्वालामुखी फटता रहता है ‘सोने का द्वीप’ नाम से प्रसिद्ध यह जगह इंडोनेशिया के प्राचीन इतिहास में श्रीविजया शहर कहा जाता था एक समय में यह बेहद रईस शहर था. यह समुद्री व्यापारिक मार्ग के बीच में पड़ता था. यह दुनिया के पूर्व और पश्चिम के देशों को व्यापारिक स्तर पर जोड़ता था.
अब यही द्वीप मूसी नदी की तलहटी में मिला है. कहा जाता है कि यहां पर मलाका की खाड़ी पर राज करने वाले राजाओं ने का साम्राज्य था. जो साल 600 से 1025 के बीच था. भारतीय चोल साम्राज्य से हुए युद्ध में यह शहर बिखर गया.
अब तक गोताखोरों को सोने की तलवार, सोने और माणिक से बनी अंगूठी, नक्काशीदार जार, वाइन परोसने वाला जग और मोर के आकार में बनी बांसूरी मिली है. मरीन आर्कियलॉजिस्ट सीन किंग्सले ने कहा कि आजतक श्रीविजया को खोजने के लिए सरकार की तरफ किसी तरह का खनन कार्य नहीं किया गया है. न तो नदी के अंदर न ही उसके आसपास.जितने भी आभूषण या कीमती वस्तुएं इस नदी से निकलीं, उन्हें गोताखोरों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाले निजी लोगों को बेंच दिया. इसका मतलब ये है कि वहां पर आज भी पुराना शहर हो सकता है लेकिन जरूरत है उसे खोजने की