समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने अपने इस लेटर में लिखा, ‘माननीय उद्धव ठाकरे साहब, मैं एक मराठी लड़की हूं जो बचपन से ही शिवसेना को मराठी लोगों के न्यायसंगत अधिकारों के लिए लड़ते हुए देखकर बड़ी हुई है. मैं छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे के उदाहरण समझकर पली-बढ़ी हूं
. उन्होंने हमें सिखाया कि हम किसी के साथ अन्याय न करें और अन्याय को बिल्कुल भी बर्दाश्त न करें. वही सबक लेते हुए आज मैं उन उपद्रवियों के खिलाफ खड़ी हूं, जो मेरी निजी जिंदगी पर हमला कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर लोग बस मजे ले रहे हैं. मैं एक कलाकार हूं. मैं राजनीति नहीं समझती और मैं इसमें पड़ना भी नहीं चाहती. हर सुबह जब किसी के पास करने के लिए कुछ नहीं होता है तो वो हमारी प्रतिष्ठा धूमिल करते है. शिवराय के राज्य में एक महिला की गरिमा से खिलवाड़ किया जा रहा है. मजाल है! अगर आज बालासाहेब होते तो उन्हें अच्छा नहीं लगता. आज वे तो नहीं है,
लेकिन आप हैं. हम आप में उनकी छाया, उनकी छवि देखते हैं. आप हमारी अगुवाई कर रहे हैं और मुझे आप पर पूरा भरोसा है. मुझे यकीन है कि आप मेरे और मेरे परिवार के साथ कभी अन्याय नहीं होने देंगे. इसलिए एक मराठी महिला के रूप में मैं आज आपसे न्याय की उम्मीद करती हूं. मैं आपसे न्याय करने का अनुरोध करती हूं.’
बता दें, इससे पहले भी समीर वानखेड़े (की पत्नी क्रांति रेडकरने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर अपने पति का समर्थ किया था. उन्होंने अपनी और समीर की शादी की तस्वीरें पोस्ट कर बताया था कि वो दोनों हिंदू हैं.