ड्रग्स पार्टी केस में सोमवार को कोर्ट में दो एफिडेविट फाइल किए गए, जिस पर सेशन कोर्ट ने सुनवाई की. एक एफिडेविट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने फाइल किया, जबकि दूसरा एफिडेविट एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े ने दाखिल किया
समीर वानखेड़े ने हलफनामे में कहा कि मेरे परिवार को धमकाया जा रहा है और आज भी मेरे पर्सनल नाम को लेकर सोशल मीडिया पोस्ट किया गया है. मामले के गवाहों को एक्सपोज किया जा रहा है और जांच को भटकाने की कोशिश हो रही है.
समीर वानखेड़े ने हलफनामे में कहा, ‘मेरे परिवार को धमकाया जा रहा है मुंबई ड्रग्स केस में उस समय बड़ा नाटकीय मोड़ आ गया जब प्रभाकर सैल नाम के गवाह ने एनसीबी पर ही गंभीर आरोप लगा दिया. एक तरफ उसने कह दिया कि एनसीबी ने कि एनसीबी ने खाली कागजों पर साइन करवाए थे, वहीं बाद में ये और दावा कर दिया कि समीर वानखेड़े ने 25 करोड़ रुपये की डिमांड की थी. समीर वानखेड़े पर जितने भी आरोप लगाये जा रहे उन का खंडन किया है समीर वानखेड़े ने