डिजिटल भारत: बंगाल: कलकत्ता हाईकोर्ट ने शर्तों के साथ ‘पुष्पांजलि’ और ‘सिंदूर खेला’ की दी अनुमति, बड़े पंडाल में अधिकतम 60 लोगों को प्रवेश कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सशर्त दुर्गा पूजा पंडालों में ‘पुष्पांजलि’ की पेशकश करने और ‘सिंदूर खेला’ की अनुमति दे दी है। लेकिन इसके लिए संपूर्ण टीकाकरण जरूरी है देश के किसी राज्य में सबसे अधिक धूमधाम से नवरात्रि मनाई जाती है तो वह है पश्चिम बंगाल लेकिन इस बार कोरोना की वजह से राज्य सरकार ने कई प्रतिबंध भी लगा दिए हैं।
लोगों को माता के दर्शन के लिए कोरोना नियमों का पालन करना होगा। हालांकि इन प्रतिबंधों के बीच आज यहां के भक्तों के लिए एक अच्छी खबर आई है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सशर्त दुर्गा पूजा पंडालों में ‘पुष्पांजलि’ की पेशकश करने और ‘सिंदूर खेला’ की अनुमति दे दी है। लेकिन इसके लिए संपूर्ण टीकाकरण जरूरी है, यानी की आपको वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी होगी। वहीं अदालत ने पंडालों में लोगों की संख्या सीमित कर दी है। बड़े पूजा पंडाल में 45 से लेकर 60 लोगों को तो छोटे पंडाल में 10 से15 लोगों को प्रवेश मिल सकेगा।
विजयादशी पर बंगाल में क्यों होती है सिंदूर खेला की रस्म? जानें क्या है
धुनुची डांस का महत्व बंगाल के लोग दुनिया के किसी भी कोने में हों, वे नवरात्रि के त्यौहार को पूरी भव्यता के साथ मनाते हैं. बंगाल के लोग नवरात्रि में मां दुर्गा की पांरपरिक रीति-रिवाज से आराधना करते हैं. यहां दुर्गा बड़ी ही धूमधाम से मनाए जाने का रिवाज है