डिजिटल भारत:भारत के दो और beaches को मिला ब्लू फ्लैग, दुनिया के सबसे साफ-सुथरे बीच की लिस्ट में हुए शामिल
भारत का बहुत ही खूबसूरत और शांत बीच
तमिलनाडु के कोवलम और पुडुचेरी के ईडन समुद्र तट को ‘ब्लू फ्लैग’ दिया गया है। इसकी जानकारी ट्विटर के जरिए पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने साझा की है। मतलब ये दुनिया के साफ-सुथरे बीच मंथ से एक हैं।
‘ब्लू फ्लैग’ दुनिया का बहुत ही खास और मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक इको लेबल अवॉर्ड है, जो समुद्री तटों, मरीना बीच और सस्टेनेबल बोटिंग टूरिज्म ऑपरेटर्स को दिया जाता है। अब तक भारत में 8 समुद्री तटों को यह फ्लैग मिला था लेकिन हाल ही में इसमें दो और बीच शामिल हो गए हैं जो गर्व की बात है। तमिलनाडु के कोवलम और पुडुचेरी के ईडन समुद्र तट को ‘ब्लू फ्लैग’ दिया गया है। इसकी जानकारी ट्विटर के जरिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव ने साझा की है।
भारत के दो और beaches को मिला ब्लू फ्लैग, दुनिया के सबसे साफ-सुथरे बीच की लिस्ट में हुए शामिल
भारत का बहुत ही खूबसूरत और शांत बीच
तमिलनाडु के कोवलम और पुडुचेरी के ईडन समुद्र तट को ‘ब्लू फ्लैग’ दिया गया है। इसकी जानकारी ट्विटर के जरिए पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने साझा की है। मतलब ये दुनिया के साफ-सुथरे बीच मंथ से एक हैं।
‘ब्लू फ्लैग’ दुनिया का बहुत ही खास और मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक इको लेबल अवॉर्ड है, जो समुद्री तटों, मरीना बीच और सस्टेनेबल बोटिंग टूरिज्म ऑपरेटर्स को दिया जाता है। अब तक भारत में 8 समुद्री तटों को यह फ्लैग मिला था लेकिन हाल ही में इसमें दो और बीच शामिल हो गए हैं जो गर्व की बात है। तमिलनाडु के कोवलम और पुडुचेरी के ईडन समुद्र तट को ‘ब्लू फ्लैग’ दिया गया है। इसकी जानकारी ट्विटर के जरिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव ने साझा की है।
पहले से शामिल 8 ब्लू फ्लैग Beahes
1. शिवराजपुर-गुजरात,
2. घोघला-दीव,
3. कासरकोड, कर्नाटक
4. कप्पड-केरल
5. रुशिकोंडा- आंध्र प्रदेश,
6. गोल्डन-ओडिशा
7. राधानगर- अंडमान और निकोबार
8. पदुबिद्री-कर्नाटक
इस देश के पास है सबसे ज्यादा ब्लू फ्लैग
ब्लू फ्लैग लिस्ट के हिसाब से फिलहाल स्पेन के पास दुनिया में सबसे ज्यादा 566 समुद्री तट हैं जो एकदम साफ-सुथरे हैं, जबकि ग्रीस के 515 और फ्रांस के 395 तट इसमें शामिल हैं। जहां प्रदूषण का स्तर तो कम है ही साथ ही नहाने के पानी की गुणवत्ता, पर्यावरण प्रबंधन और समुद्र तटों पर संरक्षण, सुरक्षा एवं सेवा भी बहुत बेहतर है।