डिजिटल भारत I तुर्की में पुरातत्वविदों ने पत्थरों को काटकर बनाए गए 400 मकबरों को खोजा है. ये कब्रगाह करीब 1800 साल पुराने हैं. इनके अंदर खूबसूरत वॉल पेंटिंग्स हैं. यानी दीवारों पर पेंटिंग की गई है. साथ ही कुछ बहुमूल्य वस्तुएं मिली हैं, जिन्हें लोग खजाना कह रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि ये मकबरे रोमन साम्राज्य के समय के पत्थरों से काटकतुर्की के एजियन सागर से पूर्व में करीब 180 किलोमीटर दूर स्थित ऐतिहासिक शहर ब्लॉनडोस में ये पत्थर से कटे मकबरे मिले हैं
असल में ये घाटियां यूसाक कैनयन का हिस्सा हैं. यह कैनयन दुनिया के सबसे बड़े कैनयन सिस्टम में से एक है. ब्लॉनडोस के ही लोगों ने यूसाक की घाटियों की ढलान पर नेक्रोपोलिस का निर्माण किया इस इलाके में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया यही थी कि मजबूत पत्थर को काटकर मकबरा बना दिया जाता था. जिसके अंदर अंतिम संस्कार किया जाता था बिरोल कैन ने कहा कि पुरातत्वविद नेक्रोपोलिस के बारे में पिछले 150 सालों से जानते हैं. लेकिन कभी भी ब्लॉनडोस में तरीके से खनन नहीं किया गया. इसलिए हमने साल 2018 में एक सिस्टम के अनुसार खनन कार्यक्रम शुरु किया. अभी तक हमने इस जगह पर दो मंदिर, एक थियेटर, एक सार्वजनिक बाथरूम, एक जिम्नेजियम, एक बैसिलिका, शहर की दीवारें, एक बड़ा दरवाजा, रोमन साम्राज्य के हीरो हेरून की समाधि और पत्थरों से कटे मकबरे खोजे हैं.
इस शहर को सिकंदर के बनाए गए थे यह शहर रोमन और बिजेनटाइन साम्राज्य तक अपने स्वर्णिम युग में था. इन गुफाओं में सार्कोफैगी नाम की प्रक्रिया की जाती थी. यानी इनमें मारे गए. जीवों और इंसानों को रखा जाता था. ऐसा कई पीढ़ियों तक किया गया था ब्लॉनडोस शहर चारों तरफ से घाटियों से घिरा है. यानी यह एक ऊंची पहाड़ी पर बना है