0 0
Read Time:3 Minute, 7 Second

नयी दिल्ली: भारत ने अमेरिका में पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी अलगाववादी समूहों द्वारा भारत विरोधी गतिविधियां बढ़ाए जाने की खबरों पर बृहस्पतिवार को चिंता व्यक्त की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं, जिससे पहले भारत ने यह चिंता व्यक्त की है। खबरें है कि प्रधानमंत्री की अमेरिका की वाशिंगटन और न्यूयॉर्क की यात्रा के दौरान एक प्रतिबंधित खालिस्तानी समूह दोनों शहरों में विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहा है।

इस सिलसिले में जब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। बागची ने खालिस्तानी समूहों के बारे में एक प्रमुख अमेरिकी थिंक-टैंक हडसन इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि कैसे पाकिस्तान अमेरिका से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।

बागची ने प्रेस वार्ता में कहा, ”मुझे प्रतिबंधित संगठन के आह्वान के बारे में नहीं पता। मैं उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता। लेकिन हम निश्चित रूप से प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटे हैं।” उन्होंने कहा, ”हमारी इस मामले में मेजबान देश अमेरिका से बात हुई है और (उसे) इससे अवगत कराया गया है। अगर संगठन पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है, तो उसे इस तरह की गतिविधियां नहीं करनी चाहिए।”

बता दें कि अमेरिका की एक शीर्ष थिंक टैंक ने चेताया है कि पाकिस्तान समर्थित अलगाववादी खालिस्तानी समूह अमेरिका में धीरे-धीरे अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। उसने यह भी कहा कि अमेरिकी सरकार इन संगठनों की भारत को अस्थिर करने वाली गतिविधियों को रोकने के लिए नई दिल्ली द्वारा की गई अपीलों के प्रति अब तक उदासीन रही है। अमेरिका स्थित सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) एक खालिस्तानी समर्थक समूह है। भारत सरकार ने 2019 में कथित राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिये इसे प्रतिबंधित कर दिया था।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
इस खबर को साझा करें